सरकार द्वारा हाल ही में जीएसटी (Goods and Services Tax) ढांचे में किए गए बदलावों का सीधा असर ऑटोमोबाइल सेक्टर पर पड़ने वाला है। विशेषज्ञों का मानना है कि नए प्रावधान लागू होने के बाद गाड़ियों की कीमतों में उल्लेखनीय कमी देखी जा सकती है, जिससे वाहन बाजार में बड़ी हलचल मचने की संभावना है।
ऑटो सेक्टर पर जीएसटी का असर
1. पहले का टैक्स स्ट्रक्चर – कारों पर 28% जीएसटी और 1% से 22% तक सेस लगाया जाता था, जिससे कुल टैक्स 50% तक पहुँच जाता था।
2. नया बदलाव – जीएसटी काउंसिल ने कुछ श्रेणियों की गाड़ियों पर टैक्स स्लैब घटाने का फैसला लिया है। खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों और छोटे हैचबैक कारों पर टैक्स कम होगा।
3. कस्टमर को सीधा फायदा – टैक्स दर घटने से कार कंपनियों को प्राइस कट करने का मौका मिलेगा। अनुमान है कि गाड़ियों की कीमतों में 5% से 12% तक की कमी आ सकती है।
किस गाड़ी पर कितना असर
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) – पहले 12% जीएसटी, अब घटाकर 5% किया गया।
छोटी कारें (1200cc पेट्रोल और 1500cc डीज़ल तक) – टैक्स स्लैब में 3-5% की कमी।
SUV और लग्जरी गाड़ियां – इन पर सेस को आंशिक रूप से घटाने की चर्चा, कीमतों में 2-3 लाख की गिरावट संभव।
हाइब्रिड गाड़ियां – टैक्स रेट में कमी से ग्राहकों के लिए सस्ती होंगी।गिरावट से ऑटो बाजार को राहत
गिरावट से ऑटो बाजार को राहत
पिछले कुछ महीनों से मंदी की मार झेल रहे ऑटोमोबाइल सेक्टर को इस बदलाव से नई ऊर्जा मिलेगी।
गाड़ियों की बिक्री बढ़ेगी।
कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
ग्राहकों का रुझान इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियों की ओर बढ़ेगा।